1.कार के बाहरी हिस्से की जांच करें (Inspect the Exterior of the Car)

कार के बाहरी हिस्से की जांच करना बाढ़ प्रभावित कार की पहचान करने के सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण कदमों में से एक है। जब कार बाढ़ में डूबती है, तो बाहरी हिस्से पर पानी के दाग, गंदगी, और अन्य निशान हो सकते हैं जो इसकी पहचान करने में मदद कर सकते हैं।
क्या देखें:
वॉटरमार्क्स और दाग: दरवाजों, बम्पर और खिड़कियों के किनारे पानी के निशान या गंदगी के दाग हो सकते हैं।
पेंट : बाढ़ के पानी के संपर्क में आने से कार के पेंट की चमक कम हो सकती है और पेंट उधड़ सकता है।
गंदगी और मलबा: बाढ़ के पानी में डूबने से कार के बाहरी हिस्से पर मिट्टी और मलबा चिपक सकता है।
क्यों करें:
अगर कार के बाहरी हिस्से में पानी के निशान या गंदगी के दाग हैं, तो यह एक संकेत हो सकता है कि कार बाढ़ में डूबी थी। बाहरी हिस्से की जांच करने से आप कार के एक्सटीरियर्स की सही स्थिति का आकलन कर सकते हैं और तय कर सकते हैं कि कार खरीदी जा सकती है या नहीं।
2.इंजन और उसके हिस्सों की जांच करें (Inspect the Engine and Its Components)

इंजन बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला हिस्सा होता है। बाढ़ का पानी इंजन के अंदर घुस सकता है और इंजन के विभिन्न हिस्सों में जंग लगने का कारण बन सकता है। इंजन की सही स्थिति जानने से आप यह तय कर सकते हैं कि कार खरीदी जा सकती है या नहीं।
क्या देखें:
इंजन में जंग: इंजन के विभिन्न हिस्सों जैसे तेल फिल्टर, कूलेंट रेजर्वायर और इंजन के किनारे पर जंग के निशान हो सकते हैं।
इंजन ऑयल में पानी: इंजन ऑयल की जांच करें। अगर तेल में पानी मिला हुआ है, तो इसका मतलब है कि बाढ़ का पानी इंजन तक पहुंच चुका है।
इंजन की आवाज़:इंजन चालू करने पर अगर कोई असामान्य आवाज आती है, तो यह संकेत हो सकता है कि इंजन बाढ़ से प्रभावित हुआ है।
क्यों करें:
इंजन की सही स्थिति जानने से आपको यह सुनिश्चित करने में मदद मिलती है कि कार के इंजन में कोई खराबी तो नहीं है, जो भविष्य में कार की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकती है। यदि इंजन में जंग या पानी मिला हो, तो इंजन की मरम्मत महंगी हो सकती है।
3.कार के इंटीरियर्स की जांच करें (Inspect the Interiors of the Car)

कार के अंदर भी बाढ़ के पानी का असर हो सकता है। बाढ़ प्रभावित कारों के इंटीरियर्स में पानी के दाग, गीलेपन के निशान और फफूंदी हो सकती है। सीट्स, फ्लोरमैट्स, डैशबोर्ड, और गियर शिफ्टर जैसे हिस्सों की जांच करना जरूरी है।
क्या देखें:
सीट्स पर गीला और फफूंदी: सीट्स पर पानी के दाग, गीलेपन के निशान और फफूंदी हो सकती है।
फ्लोरमैट्स और कारपेट: फ्लोरमैट्स और कारपेट्स पर गीलेपन के निशान और पानी के दाग हो सकते हैं। फफूंदी भी विकसित हो सकती है।
डैशबोर्ड और गियर शिफ्टर: डैशबोर्ड पर पानी के दाग या जलन के निशान हो सकते हैं। गियर शिफ्टर और स्टियरिंग व्हील पर भी गीलेपन के निशान हो सकते हैं।
क्यों करें:
इंटीरियर्स की जांच से आपको यह पता चलता है कि कार बाढ़ से प्रभावित थी या नहीं। गीलेपन और फफूंदी के निशान से यह भी संकेत मिलता है कि भविष्य में कार में गंध और अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
4.इलेक्ट्रिकल सिस्टम की जांच करें (Inspect the Electrical System)

बाढ़ का पानी कार के इलेक्ट्रिकल सिस्टम तक पहुंच सकता है, जिससे लाइट्स, वाइपर, एयर कंडीशनिंग, और अन्य इलेक्ट्रिकल सिस्टम खराब हो सकते हैं। इलेक्ट्रिकल सिस्टम की जांच करने से आपको यह सुनिश्चित करने में मदद मिलती है कि कार का इलेक्ट्रिकल सिस्टम सही है।
क्या देखें:
लाइट्स और गेज़: कार की सभी लाइट्स, गेज़ और इलेक्ट्रिकल सिस्टम की जांच करें। अगर इनमें से कोई भी काम नहीं कर रहा है, तो यह संकेत हो सकता है कि बाढ़ का पानी इलेक्ट्रिकल सिस्टम तक पहुंच चुका है।
बैटरी: बैटरी के कनेक्टर्स पर जंग के निशान देख सकते हैं, जो यह दर्शाते हैं कि बाढ़ का पानी बैटरी तक पहुंच गया है।
फ्यूज बॉक्स और वायरिंग: फ्यूज बॉक्स और वायरिंग की जांच करें। अगर वायरिंग में जलने के निशान हैं, तो यह संकेत हो सकता है कि बाढ़ का पानी इलेक्ट्रिकल पार्ट्स तक पहुंच चुका है।
क्यों करें:
इलेक्ट्रिकल सिस्टम की सही जांच से आपको यह सुनिश्चित करने में मदद मिलती है कि बाढ़ के पानी ने कार के इलेक्ट्रिकल सिस्टम को खराब नहीं किया है। यदि इलेक्ट्रिकल सिस्टम में कोई खराबी है, तो उसकी मरम्मत महंगी हो सकती है।
5.चेसिस और निचले हिस्से की जांच करें (Inspect the Chassis and Underbody)

चेसिस और निचला हिस्सा बाढ़ के पानी से सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकता है। चेसिस और निचले हिस्से में जंग, गंदगी, और अन्य समस्याएं हो सकती हैं, जो कार की संरचना को कमजोर कर सकती हैं।
क्या देखें:
जंग और गंदगी: चेसिस और निचले हिस्से पर जंग और गंदगी के निशान हो सकते हैं। यदि कार को लंबे समय तक पानी में डूबा रखा गया है, तो चेसिस पर जंग लगने की संभावना अधिक होती है।
डेंट्स और खरोंचें: चेसिस और निचले हिस्से पर डेंट्स और खरोंचें हो सकती हैं, जो यह दर्शाते हैं कि कार बाढ़ में डूबी थी।
क्यों करें:
चेसिस और निचले हिस्से की जांच से आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि कार की संरचना सुरक्षित है या नहीं। अगर इसमें कोई समस्या है, तो यह कार की स्थिरता को प्रभावित कर सकता है और कार की लंबी उम्र कम कर सकता है।
निष्कर्ष:
बाढ़ से प्रभावित कारों का इस्तेमाल करने से बचना हमेशा सबसे अच्छा होता है, क्योंकि इन कारों में गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। बाढ़ से प्रभावित कार की पहचान कर सकते हैं और सुरक्षित निर्णय ले सकते हैं। कार खरीदते वक्त सावधानी बरतना आपकी सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है।