1. वाहन रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (Original Vehicle Registration Certificate)

भारत में इस्तेमाल की गई कार बेचते समय आपको 9 आवश्यक दस्तावेज़

रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) वह सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज़ है, जो यह साबित करता है कि आपकी कार सड़क पर चलने के लिए पंजीकृत है। यह दस्तावेज़ विक्रेता और खरीदार के बीच स्वामित्व को ट्रांसफर करने के लिए जरूरी होता है।

क्यों जरूरी है?

• यह दस्तावेज़ यह प्रमाणित करता है कि कार आपके नाम पर पंजीकृत है।

• स्वामित्व के हस्तांतरण के लिए यह अनिवार्य है।

क्या ध्यान रखें:

• यह सुनिश्चित करें कि RC आपके नाम पर हो। यदि कार लोन पर है, तो आपको पहले लोन चुकता करना होगा।

• अगर RC खो गया है, तो उसे RTO से डुप्लीकेट करा लें।

2. बीमा दस्तावेज़ (Insurance Document)

भारत में इस्तेमाल की गई कार बेचते समय आपको 9 आवश्यक दस्तावेज़

बीमा दस्तावेज़ वह कागज है जो यह दर्शाता है कि आपकी कार का बीमा वैध है। बीमा ट्रांसफर करने के लिए भी यह जरूरी है।

क्यों जरूरी है?

• यह दस्तावेज़ कार को किसी भी प्रकार के नुकसान, चोरी, या दुर्घटना से सुरक्षित रखता है।

• बीमा का ट्रांसफर खरीदार के नाम पर करना होता है।

क्या ध्यान रखें:

• बीमा का दस्तावेज़ अद्यतन और वैध होना चाहिए।

• सुनिश्चित करें कि यह आपके नाम पर है।

3. पोल्ल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट (Pollution Under Control Certificate)

भारत में इस्तेमाल की गई कार बेचते समय आपको 9 आवश्यक दस्तावेज़

PUC सर्टिफिकेट यह साबित करता है कि आपकी कार पर्यावरण मानकों का पालन करती है और प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करती है। यह सर्टिफिकेट वैध होना चाहिए, वरना बिक्री में रुकावट आ सकती है।

क्यों जरूरी है?

• यह प्रमाणित करता है कि कार प्रदूषण मानकों को पूरा करती है।

• बिना PUC के, कार की बिक्री में दिक्कत आ सकती है।

क्या ध्यान रखें:

• PUC सर्टिफिकेट का वैध होना जरूरी है।

• अगर यह समाप्त हो गया हो, तो इसे फिर से बनवाएं।

4. विक्रय समझौता (Sale Agreement)

भारत में इस्तेमाल की गई कार बेचते समय आपको 9 आवश्यक दस्तावेज़

विक्रय समझौता एक लिखित दस्तावेज़ है, जिसमें कार की बिक्री के सभी महत्वपूर्ण विवरण दर्ज होते हैं, जैसे विक्रेता और खरीदार की जानकारी, कार का मॉडल, रजिस्ट्रेशन नंबर, और बिक्री मूल्य।

क्यों जरूरी है?

• यह कानूनी तौर पर कार के विक्रय को प्रमाणित करता है।

• दोनों पक्षों के बीच सहमति को दर्ज करता है।

क्या ध्यान रखें:

• विक्रय समझौते में कार का चेसिस नंबर, इंजन नंबर और अन्य आवश्यक जानकारी होनी चाहिए।

• दोनों पक्षों के हस्ताक्षर जरूरी हैं।

5. मालिकी हस्तांतरण फॉर्म (Ownership Transfer Form)

भारत में इस्तेमाल की गई कार बेचते समय आपको 9 आवश्यक दस्तावेज़

जब आप अपनी कार बेचते हैं, तो आपको फॉर्म 29 और फॉर्म 30 भरने होंगे। ये फॉर्म RTO में कार के स्वामित्व को ट्रांसफर करने के लिए जरूरी होते हैं।

क्यों जरूरी है?

• यह RTO को सूचित करता है कि कार का मालिक बदल चुका है।

• स्वामित्व ट्रांसफर के लिए यह अनिवार्य है।

क्या ध्यान रखें:

• फॉर्म 29 पर विक्रेता का हस्ताक्षर जरूरी है।

• फॉर्म 30 पर विक्रेता और खरीदार दोनों के हस्ताक्षर होने चाहिए।

6. बैंक से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (No Objection Certificate from the Bank) 

भारत में इस्तेमाल की गई कार बेचते समय आपको 9 आवश्यक दस्तावेज़

अगर आपकी कार पर लोन लिया गया है, तो आपको नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) प्राप्त करना होगा। यह प्रमाणित करता है कि आपने अपना लोन पूरी तरह से चुका दिया है।

क्यों जरूरी है?

• यह दस्तावेज़ यह दिखाता है कि कार पर कोई बकाया लोन नहीं है।

• NOC के बिना खरीदार के लिए स्वामित्व ट्रांसफर करना मुश्किल हो सकता है।

क्या ध्यान रखें:

• अपने बैंक से NOC प्राप्त करें और उसे बिक्री के दस्तावेज़ों के साथ रखें।

• लोन चुकता करने के बाद ही कार बेचें।

7. पहचान और पता प्रमाण (Identity and Address Proof)

भारत में इस्तेमाल की गई कार बेचते समय आपको 9 आवश्यक दस्तावेज़

आपको और खरीदार को अपनी पहचान और पता प्रमाण के दस्तावेज़ भी देने होंगे। यह सुरक्षा के उद्देश्य से जरूरी होता है।

क्यों जरूरी है?

• इससे विक्रेता और खरीदार की पहचान प्रमाणित होती है।

• RTO को सही जानकारी मिलती है, जिससे वे रिकॉर्ड अपडेट कर सकते हैं।

क्या ध्यान रखें:

• पहचान के लिए आधार कार्ड, वोटर आईडी, या पासपोर्ट का उपयोग करें।

• पता प्रमाण के लिए बिजली का बिल, बैंक स्टेटमेंट या राशन कार्ड दिखा सकते हैं।

8. कार सर्विस रिकॉर्ड (Car Service Record)

भारत में इस्तेमाल की गई कार बेचते समय आपको 9 आवश्यक दस्तावेज़

कार सर्विस रिकॉर्ड यह दिखाता है कि आपकी कार को नियमित रूप से सर्विस किया गया है। जबकि यह अनिवार्य नहीं है, यह खरीदार को विश्वास दिलाने में मदद करता है कि कार अच्छी स्थिति में है।

क्यों जरूरी है?

• यह दर्शाता है कि कार की देखभाल सही तरीके से की गई है।

• इसे दिखाकर आप कार का मूल्य बढ़ा सकते हैं।

क्या ध्यान रखें:

• सभी सर्विसिंग रिकॉर्ड एकत्र करें।

• इन रिकॉर्ड्स को खरीदार के साथ साझा करें।

9. खरीद चालान (Purchase Invoice)

भारत में इस्तेमाल की गई कार बेचते समय आपको 9 आवश्यक दस्तावेज़

मूल खरीद चालान वह दस्तावेज़ है जो कार की पहली खरीद को प्रमाणित करता है। हालांकि यह जरूरी नहीं है, लेकिन अगर आपके पास है तो यह कार के असली मूल्य और स्थिति को दिखाता है।

क्यों जरूरी है?

• यह कार की वास्तविक कीमत और मॉडल को प्रमाणित करता है।

• अगर कार वारंटी में है, तो यह चालान वारंटी ट्रांसफर में मदद कर सकता है।

क्या ध्यान रखें:

• अगर आपके पास मूल खरीद चालान है, तो इसे खरीदार को दिखाएं।

निष्कर्ष

भारत में पुरानी कार बेचना आसान हो सकता है, अगर आपके पास सभी जरूरी दस्तावेज़ हों।सही दस्तावेज़ों के साथ आप अपनी कार को आसानी से बेच सकते हैं और खरीदार को भी पूरा भरोसा दिला सकते हैं। 

Previous articleमहिला ड्राइवर्स की सुरक्षा: सड़क पर सतर्क रहने के बेस्ट टिप्स!
Next articleSelling Your Used Car? Don’t Forget These Crucial Papers!

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here