पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों और प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए लोग अब इलेक्ट्रिक कारों की ओर तेज़ी से बढ़ रहे हैं। इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) न सिर्फ पर्यावरण को कम नुकसान पहुँचाते हैं, बल्कि लंबे समय में आपकी जेब पर भी हल्के साबित होते हैं। लेकिन EV की बात आते ही सबसे बड़ा सवाल बैटरी को लेकर होता है—इसकी लाइफ कितनी होगी? बदलने पर कितना खर्च आएगा? और इसे लंबे समय तक चलाने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
चलिए इन सब सवालों का जवाब आसान शब्दों में समझते हैं।
EV कार बैटरी क्या होती है?
EV कारों में लिथियम-आयन (Li-ion) बैटरी का इस्तेमाल होता है। ये बैटरी आपकी कार के इलेक्ट्रिक मोटर को पावर देती है। आप जितनी बार कार को चार्ज करेंगे, उतना ही बैटरी का उपयोग होगा, और समय के साथ उसकी क्षमता कम होने लगेगी। लेकिन अच्छी देखभाल से आप इसकी लाइफ बढ़ा सकते हैं।
EV बैटरी की लाइफ कितनी होती है?
आम तौर पर इलेक्ट्रिक कारों की बैटरी 7 से 10 साल तक अच्छी परफॉर्मेंस दे सकती है। ये लाइफ आपके ड्राइविंग स्टाइल, मौसम, चार्जिंग आदतों और बैटरी के रख-रखाव पर निर्भर करती है। कई कंपनियां बैटरी पर 8 साल या 1,60,000 किलोमीटर तक की वारंटी भी देती हैं, जो एक तरह से आपको भरोसा देती है कि बैटरी जल्दी जवाब नहीं देगी।

बैटरी बदलने में कितना खर्च आता है?
EV बैटरी को बदलने की लागत फिलहाल थोड़ी ज़्यादा है। यह कीमत आपके कार के ब्रांड, मॉडल, बैटरी की क्षमता और तकनीक पर निर्भर करती है।
- सामान्य तौर पर बैटरी रिप्लेसमेंट का खर्च 2 लाख रुपये से लेकर 5-6 लाख रुपये तक हो सकता है।
- आने वाले समय में जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी बेहतर होगी और प्रोडक्शन बढ़ेगा, वैसे-वैसे इसकी कीमतें कम होने की उम्मीद है।
- इसके अलावा, कुछ कंपनियां बैटरी-स्वैपिंग या लीज़ पर बैटरी देने की सुविधा भी देती हैं, जिससे आपके खर्च कम हो सकते हैं।

बैटरी की लाइफ कैसे बढ़ाएं?
- चार्जिंग का ध्यान रखें:
- बैटरी को हर बार 0% तक डिस्चार्ज करने से बचें।
- पूरी 100% चार्ज भी हर दिन न करें। कोशिश करें कि बैटरी लेवल 20% से 80% के बीच रखें।
इससे बैटरी पर कम दबाव पड़ता है और उसकी उम्र बढ़ती है।
- गर्मी से बचाएं:
- कार को तेज धूप में लंबे समय तक खड़ा न करें।
- अत्यधिक गर्मी से बैटरी की क्षमता कम हो सकती है।
कार को छाया या कवर वाली जगह पर पार्क करें ताकि बैटरी का तापमान नियंत्रित रहे।
- स्मूद ड्राइविंग करें:
- बहुत तेज स्पीड पर गाड़ी चलाने, अचानक ब्रेक लगाने या तेज एक्सेलेरेशन से बैटरी पर अतिरिक्त लोड पड़ता है।
- जितना हो सके, आराम से और संतुलित तरीके से ड्राइव करें। इससे बैटरी भी लंबे समय तक चलेगी।
- चार्जिंग स्टेशनों का सही इस्तेमाल:
- ज़रूरत न हो तो बार-बार फास्ट चार्जिंग का इस्तेमाल न करें। फास्ट चार्जिंग से बैटरी जल्दी गरम हो जाती है, जिससे उसकी लाइफ कम होने की संभावना रहती है।
- हो सके तो घर पर नॉर्मल चार्जर से कार चार्ज करें।
- नियमित सर्विसिंग:
- समय-समय पर अधिकृत सर्विस सेंटर पर बैटरी और कार की जांच कराएँ।
- कई बार सॉफ़्टवेयर अपडेट या छोटी-मोटी मरम्मत से बैटरी की परफॉर्मेंस बेहतर की जा सकती है।
भविष्य की उम्मीदें
टेक्नोलॉजी तेजी से आगे बढ़ रही है। आने वाले समय में सॉलिड-स्टेट बैटरी और दूसरी उन्नत बैटरी तकनीकें आएँगी, जो
- आज की तुलना में ज़्यादा रेंज देंगी
- चार्ज होने में कम समय लेंगी
- और शायद काफ़ी कम कीमत पर उपलब्ध होंगी।
इसके अलावा, पुरानी बैटरी के री-सायक्लिंग और री-यूज़ की सुविधाएं भी बढ़ेंगी, जिससे पर्यावरण को कम नुकसान होगा।
निष्कर्ष
EV कार बैटरी की लागत और लाइफ अभी भले आपको कुछ कठिन लगें, लेकिन अगर आप चार्जिंग आदतों का ध्यान रखें, कार को गर्मी से बचाएं, स्मूद ड्राइविंग करें और समय-समय पर सर्विसिंग कराते रहें, तो आप अपनी बैटरी की लाइफ को काफी बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा, आने वाले सालों में बैटरी की कीमतें कम होने और टेक्नोलॉजी बेहतर होने की उम्मीद है, जो EV को और भी किफायती और सुविधाजनक बना देगी।